Breaking News

realme 13 pro plus price in india flipkart

ADITYA L1-क्यों खास है 6 जनवरी 2024 आदित्य L1 ले लिए ?

 

आज हम बात करने वाले है भारत के एक ऐतिहासिक मिशन की, वो मिशन जिसने अपने पंख फैलाए है  सूर्य के रहस्यों को उजागर करने के लिए। जी हां, हमे बात कर रहे है आदित्य L1 की, भारत की पहले सूर्य मिशन की!

क्यों खास है  6 जनवरी 2024आदित्य L1  ले लिए ?

6 जनवरी 2024, को आदित्य L1  अपने अंतिम गंतव्य L1 बिंदु पर पहुंचेगा। ये पल भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए बड़ी उपलब्धि सिद्ध होगी और सूर्ये के अध्ययन में एक और अध्याय शुरू होगा, इससे प्राप्त डाटा वैज्ञानिको को सूर्ये के व्यवहार को और बेहतर ढंग से समझने में मदद करेगा। जिससे पृथ्वी पर होने वाले मौसमी प्रभावों की भविष्यवाणी करना और उससे बचने के उपाए करना संभव हो  जाएगा

आखिर क्या है आदित्य L1?

आदित्य L1, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(ISRO) द्वारा विकसित और निर्मित एक अंतरिक्ष यान है जिसका मुख्य उद्देश्य हमारे निकटम तारे - सूर्ये के वायुमंडल को, विशेष रूप से कोरोना और क्रोमोस्फियर का गहरा अध्ययन करना है2 सितम्बर 2023, को ये यान लॉन्च किया गया था जो अभी तक पृथ्वी के कक्षो में चक्कर लगा रहा था , लेकिन 6 जनवरी 2024 को ये अंतिम गंतव्य, L1 लैग्रेंज बिंदु पर पहुंचने वाला है




L1 लैग्रेंज बिंदु क्या है ?

पृथ्वी और सूर्ये के बीच  गुरुत्वाकर्षण संतुलन के पांच स्थान होते है, जिन्हे लैग्रेंज  बिंदु कहते है L1 बिंदु  पृथ्वी के सामने, सीधे  सूर्ये की तरफ लगभग 15 लाख किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।  इस बिंदु पर पृथ्वी और सूर्ये का गुरुत्वाकर्षण बल एक दूसरे को संतुलित करते है, जिससे आदित्य L1 को सूर्ये को लगातार देखने के लिए एक स्थिर स्थान मिलता है

आदित्य L1 क्या करेगा ?

इस यान पर  कुल सात वैज्ञानिक उपकरण है जो सूर्ये के विभिन्न पहलुओ का अध्ययन करेंगे।इसमें से कुछ कार्य इस प्रकार है

  • कोरोना का तापमान, घनत्व और गतिविधियों का मापन करना।
  • क्रोमोस्फियर में होने वाली विस्फोटक घटनाओं का अध्ययन करना।
  • सूर्य की हवा, जो आवेशित कणों का एक प्रवाह है, के गुणों का विश्लेषण करना।
  • सौर ज्वाला और कोरोनल मास इजेक्शन (CME) की भविष्यवाणी के लिए सटीक स्पेस वेदर मॉडल विकसित करना।
आदित्य एल1 मिशन भारत के वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति का एक शानदार उदाहरण है। यह मिशन न केवल वैज्ञानिक खोजों में योगदान देगा, बल्कि अंतरिक्ष मौसम की भविष्यवाणी में सुधार कर पृथ्वी पर पड़े इसके संभावित नुकसान से भी बचाएगा। भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के इस ऐतिहासिक मिशन की सफलता का इंतजार है और उम्मीद करते हैं कि आदित्य एल1 हमें सूर्य के रहस्यों को उजागर करेगा!

 


ADITYA L1-क्यों खास है 6 जनवरी 2024 आदित्य L1 ले लिए ? Reviewed by Nakul Pal on जनवरी 06, 2024 Rating: 5
anant time All Right Reseved |

संपर्क फ़ॉर्म

नाम

ईमेल *

संदेश *

Blogger द्वारा संचालित.